लेखनी प्रतियोगिता -22-Aug-2022# आंतक का साया
आतंक केवल आतंकवादी से नही होता।शगुन ने आतंक प्रत्यक्ष देखा है।वह आतंक के साये मे जी है।शगुन अपने माँ बाप की इकलौती संतान थी।मुँह से बाद मे निकालती थी चीज पहले हाजिर हो जाती थी।लाड प्यार से पली-बढ़ी थी।उनके घर के सामने एक घर था।उसमे एक पति पत्नी रहते थे।तीन बच्चे थे बेचारी के।लेकिन पति का ये हाल था हर रोज शराब पी कर आता और उस बेचारी औरत को मारता पीटता था।वह सारा दिन दूसरों के घर काम करती और रात को पति की मार खाती।सुबह जब कभी शगुन उसे देखती तो पाती कभी उस की आंख सूजी हुई है तो कभी होंठ फटा हुआ है।भाग कर माँ के आंचल से लिपट जाती, "माँ मेरे लिए ऐसा मारने वाला पति मत ढूँढना ।" माँ भी हंस कर कह देती ,"नही मेरी लाडो!ऐसा ढूँढने से अच्छा मै मेरी बेटी को कुँवारा ही रख लूंगी ।"
समय बीता।शगुन जवान हो गयी।कालेज में अपने ही सहपाठी से दिल लगा बैठी।माँ बाप बेटी की मर्जी के आगे झुक गये।लड़का भी ठीक ठाक था।मध्यम वर्गीय परिवार था।बेटी को धूमधाम से विदा किया ।
थोड़े दिन तो सब ठीक रहा पर बाद मे लड़के का स्वभाव धीरे-धीरे शगुन के सामने उजागर होने लगा।अपने दोस्तों के साथ रात भर बाहर रहता।दारूबाजी करता।और पता नही क्या क्या करता था।जब शगुन उसे टोकती तो उसे मारने दौड़ता ।एक रात वह ज्यादा शराब पी कर आ गया ।जब शगुन ने टोका कि पहले तो तुम ऐसे नही थे।तो उसने शगुन को बुरी तरह पीट डाला और गालियाँ देता हुआ बोला,"मैने तो शादी तुम से नही तुम्हारी दौलत से की थी।पता नही बुढढा बुढढी (शगुन के माता-पिता)कब मरे गे और वह दौलत मुझे मिलेगी।शगुन अंदर से दहल गयी।उसे आज उस सामने वाली आंटी और अपने मे कोई फर्क नही लग रहा था।
जब भी शगुन का पति के घर आने का टाइम होता वह घबराहट से कांपने लगती थी कि क्या पता किस बात पर मुँह पर चटाक से चांटा पड़ जायेगा।एक आतंकी साया चारो ओर मंडराता रहता था।शगुन को नफ़रत होने लगी थी अपने आप से।
एक दिन अचानक से शगुन ने इस आतंकी साये से छुटकारा पाने के लिए कदम उठाया।और अटैची उठा कर मायके आ गयी।और पति के पास तलाक़ के कागज़ भेज दिए इस संदेश के साथ, "तुम मेरी जिंदगी का वो नासूर हो अगर टाइम पर ध्यान नहीं दिया तो सेपटिक बन कर पूरे शरीर मे जहर फैला दो गे।.........
Chetna swrnkar
24-Aug-2022 12:38 PM
Bahot sunder rachna
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Ajay Tiwari
23-Aug-2022 09:35 PM
Very nice
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आँचल सोनी 'हिया'
23-Aug-2022 04:36 PM
लाज़वाब 👌💐
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